हमने अपने हिस्से का प्यार भी किया है
और
लिखी हैं
उनके हिस्से की कविताएँ
देखे हैं
खुली आँखों से उनके ख़याल
और
बंद आँखों में उनका होना
वो सारे शब्द
जो मेरे वजूद का
विस्तार थे उनके लिए
सुना है उनका
उनके लिए बेमतलब हो जाना
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