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Tuesday, May 24, 2011

Bad Dream



It took a long time

but I'm back again for good

it really hurt me

but now I finally understood

the day I left you

must be the greatest in my life

I hear without you

there's only peace around, no fight

I tried so hard to

oh doing everything I could

manipulated

made to think I was no good

in your possession

every day was a bad dream



Friday, May 20, 2011

मैं वादा नहीं करती

मैं अपनी दोस्ती को शहर में रुसवा नहीं करती |
मुहब्बत मैं भी करती हूँ, मगर चर्चा नहीं करती ||

जो मुझसे मिलने आ जाएँ , मैं उनकी दिल से शुक्रगुज़ार हूँ |
जो उठ के चले जाएँ मैं उन्हें रोका नहीं करती ||

जिसे मैं छोड़ देती हूँ उसे फिर भूल जाती हूँ |
फिर उस हस्ती का रास्ता देखा नहीं करती ||

तेरा इसरार सर आँखों पे, कि तुझको भूल जाऊं मैं |
मैं कोशिश कर के दिखाउंगी. मगर वादा नहीं करती ||


Wednesday, May 11, 2011

बस आना भूल जाते हो

तुम्हारे हाथ में अक्सर गुलाबी फूल देखे हैं ,
हमारी राह में लेकिन बिछाना भूल जाते हो |

तुम्हे तो लौट जाने की हमेशा फ़िक्र रहती है ,
मगर जब लौट जाते हो तो आना भूल जाते हो |

सुना है तुम हथेली पर हमारा नाम लिखते हो ,
मगर जब हमसे मिलते हो दिखाना भूल जाते हो |


Saturday, May 7, 2011

मन की बात


लड़कियों के डर भी अजीब होते हैं

भीड़ में हों तो लोगों का डर

अकेले में हों तो सुनसान राहों का डर

गर्मी में हो तो पसीने से भीगने का डर

हवा चले तो दुपट्टे के उड़ने का डर

कोई न देखे तो अपने चेहरे से डर

कोई देखे तो देखने वाले की आँखों से डर

बचपन हो तो माता - पिता का डर

किशोर हों तो भाईओं का डर

यौवन आये तो दुनियावालों का डर

राह में कड़ी धूप हो तो , चेहरे के मुरझाने का डर

बारिश आ जाये तो उसमें भीगने का डर

वो डरती हैं और तब तक डरती हैं

जब तक उन्हें कोई जीवन साथी नहीं मिल जाता

और वही वो व्यक्ति होता है , जिससे वो सबसे ज्यादा डरती है